महाविद्यालय की स्थापना 21 अगस्त 1997 को डॉ कमलाकर सिंह संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा अनुदान आयोग भोपाल एवं माननीय श्री शंकर प्रताप सिंह जी बुंदेला अध्यक्ष म . प्र. भूमि विकास बैंक भोपाल द्वारा उद्घघटित किया गया। इस महाविद्यालय की स्थापना की रूपरेखा श्रीमती विजय श्री बुंदेला अध्यक्ष महाराजा चंपतराय शिक्षा एवं समाज उत्थान परिषद खजुराहो जिला म. प्र.द्वारा तैयार कर इस उद्देश्य से की गई कि इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा गरीब हरिजनो एवं आदिवासियों को प्राप्त हो सके

महाविद्यालय का परिसर-

यह विद्यालय खजुराहो-राजनगर रोड पर नवनिर्मित भवन में संचालित है महाविद्यालय राजनगर व विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो के बीच स्थित है।यह राजनगर से 03 किलोमीटर और खजुराहो से जीरो 02 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

संस्था का ध्येय‌/ लक्ष्य-

लक्ष्यआधारित गुणात्मक शिक्षा एवं शोध के रूप में उत्कृष्ट केंद्र के रूप में स्थापित होकर समाज की निर्णायक एवं विकास का मगर गतिविधियों मे सक्रिय एवं सार्थक सहभागिता हेतु विद्यार्थियों को सशक्त एवं संपूर्ण नागरिक बनाने में शिक्षा का सद्उपयोग करना।

उद्देश्य-

  • समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने हेतु युवा पीढ़ी को गुणात्मक शिक्षा एवं शोध के अवसर प्रदान करना।
  • व्यवसायिक एवं उद्यमी समाज के परिद्श्य के अनुरूप आवश्यक सभी क्षेत्रों में युवा पीढ़ी के कौशल को तराशना, दक्षतायें प्रदान करना।
  • युवा पीढ़ी में आत्मविश्वास का संचार व्यक्तित्व विकास, अनुसंधान तमक पर्वतीय समानता की भावना तथा राष्ट्र प्रेम की भावना प्रस्फुटित करने हेतु वातावरण प्रदान करना।
  • ज्ञान पूर्ण और कल्याणकारी समाज के सतत उन्नयन के लिए शिक्षा के सदुपयोग से मुख्य भूमिका का निर्वहन करना।
महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक एवं गैर- शैक्षणिक कार्यक्रमों की दिशा,विद्यार्थियों को समाज के नव- निर्माण, समानता के अधिकार एवं गरिमामय व्यक्तित्व की सीख देने की ओर केंद्रित होगी ताकि समुचित शिक्षा के आलोक से विद्यार्थी एक सुसंस्कृत, उत्तरदायी, संवेदनशील व्यक्ति तथा देश के श्रेष्ठ नागरिक बन सकें।